भरतु की ब्वारी--पार्ट--23-पढ़े ! भरतु की ब्वारी के किस्से(BHARATU KI BWARI)

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भरतु की ब्वारी--पार्ट--23- जारी- नवल खाली

भरतु की ब्वारी के घर में एक बाबा आया ...!!! झक्क गेरुए वस्त्र में , दर्जन भर मालाएं गले मे लटकाकर हरि ॐ हरि ॐ कहने लगा !!! भरतु की ब्वारी की आदत थी कि जो भी दरवाजे पर आता उसको खाली हाथ नही भेजती थी !!! 11 रुपये और चावल बाबा को दिए तो बाबा सीधा बोल पड़ा ...बेटी कुछ परेशानी में लग रही हो ?? मायके पक्ष से कुछ चिंता की लकीरें दिख रही हैं ...!!!! भरतु की ब्वारी सकपका गयी !!! बाबा बोलने लगा ...ये परेशानी ज्यादा पुरानी नही है !!! फिर बोला....तुम्हारे दोनो बच्चे भी काफी होशियार हैं ...पर कुछ समय से चंचल से रहते हैं ...किसी की नजर के साये में हैं !!! भरतु की ब्वारी ...ने बाबा को बैठने के लिए कहा और पानी लेने अंदर चली गयी ...!!! जैसे ही बाबा ने पानी का गिलास हाथ मे लिया तो....पानी मे अपनी छाया देखकर कहने लगा ...बेटी बड़ी मुशीबत आने वाली है ...जा अंदर से थोड़ी हल्दी और चीनी मिलाकर ले आ...!!!! भरतु की ब्वारी दौड़कर किचन में गयी और एक कटोरे में हल्दी चीनी ले आई ...बोला एक सफेद कपड़ा ला...अभी तुझे मुशीबत का प्रमाण देता हूँ ...कपड़ा ले आयी तो बाबा ने कटोरे के चारों तरफ कपडे से ढक दिया और पानी के गिलास से पानी कटोरे में डालना शुरू किया .....बोला...कान लगा के सुन....कैसी आवाजें आ रही है ....?? भरतु की ब्वारी ने कान लगाया तो बोला...चिल्लाने की आवाज सुन ....!!!फिर बोला...ये तुम्हारे परिवार में कोई महिला थी...जिसके बच्चे नही थे ...!!! उसी की आत्मा भटक रही है !!! वो रो रही है ...चिल्ला रही है ...पर उसको कोई देह नही मिल पा रही है !!! फिर बाबा ने एक काला धागा लाने के लिए बोला...भरतु की ब्वारी काला धागा लेकर आई...तो बोला...अपनी लम्बाई नाप इस धागे से ...!! उसने नापी ...तो बाबा बोला...इस धागे को मोड़कर इस कटोरे में डाल दे .....फिर बाबा ने धागा निकाला और उसको दे दिया ...बोला...धागा...खोल....!!!! धागा खोला तो वो आधे से भी कम रह गया था !!!! बोला...देखा...बेटी...!!! ये भटकती आत्मा तुम्हारी उम्र को भी घटा देगी...क्योंकि उसको शरीर नही मिल पा रहा है !!! भरतु की ब्वारी बहुत डर सी गयी !!!!! बोली माराज....कोई तो निदान होगा इसका ??? 
बाबा बोला...निदान तो है पर कर पायेगी ?? मुझे तो सिर्फ एक भगवा वस्त्र चाहिए !!! बोली बाबा दूंगी ...!!! बोला...वो भी अभी मत देना...जब सब ठीक हो जाएगा ...तब मैं खुद तेरे दरवाजे पर आऊंगा !!!
बोला...!!! इलाज खुद ही करवाना है ?? या ..मैं अपनी कुटिया में जाकर कर दूँ ...!!! बोला ठीक है .....एक तेल का टिन... आधा किलो भूसा...आधा किलो चावल चाहिए ..!!! बोली अभी भूसा तो नही मिल पायेगा बाबा जी ...पर करना क्या है ?? बोला इन सबको तेल के टिन में मिलाकर रख देना है और शनिवार की रात को इसको कब्रिस्तान में दफना देना है ...जब दफ़नाओगे तो ..उसमे से आवाजें आएंगी...पर डरना मत ...दफनाकर पीछे से कोई तुम्हे बार बार आवाजे देगा पर पीछे मत मुड़ना !!!! सुनकर भरतु की ब्वारी घबरा गई ...!!! 
बाबा बोला...कर दोगी या मैं कर दूँ ?? बोली आप ही कर देना बाबा जी !!! बोला ठीक है ..तेल का टिन दे दे ...!!! बोली...बाबा तेल का टिन तो बाजार से लाना पड़ेगा ...आप ये बताओ कितना खर्चा आएगा ??? पाँच अंगुलीयों से इशारा करने लगा ...!!! बोली ....पाँच..?? पाँच हज़ार !! बोला हाँ ...!! बोला जल्दी ला....भटकती आत्मा जल्द कुछ अनिष्ट करने वाली है ...मुझे शाम तक उसका इलाज करना पड़ेगा !!! फटाफट पाँच हज़ार लाई और बाबा को थमा दिया ...!!! बाबा हरि ॐ बोलता हुआ निकल गया !!! कुछ देर बाद सामान्य हुई !!! पूरे घटनाक्रम के बारे में सोचने लगी !!!! 
कुछ ही देर में बगल पड़ोसी गुसाँई जी की ब्वारी पहुँची तो एक बाबा के बारे में बताने लगी कि आज एक बाबा आया और उसने ऐसा ऐसा कहा और ऐसा ऐसा चमत्कार किया...तो भरतु की ब्वारी सकपका सी गयी !!!! और घटना से अनजान और मायूस होकर कहने लगी ....अरे भुल्ली...इन बाबा बूबा के चक्करो में नही पड़ना चाहिए ....जैसा तुम बता रही हो ऐसा ही मेरे एक जानने वालों के साथ भी हुआ ...ठग्गू होते साले ये कमीने बाबा लोग ...!!!!  मैं तो इनपे कभी भी विश्वास नही करती ...इनसे बढ़िया तो हमारे गाँव के ज्योतिष बामण होते जो सब सही सही बताते हैं !!!! और दक्षिणा भी सन्तुष्टि से लेते हैं !!!
जारी--नवल खाली

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source:-  https://www.facebook.com/bhartukibvaari/

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