भरतु की ब्वारी आजकल चंड़ीगढ़ पहाड़ी रेबासियों के कौथिक कार्यक्रम में गयी थी !!! जैसे कि आजकल मुम्बई, चंडीगढ़ ,राजस्थान, दिल्ली, में पहाड़ियों के कौथिक कार्यक्रम और पलायन एक चिंतन पर समारोह का प्रचलन हो चला है !!! जहाँ दो दिन पहाड़ी व्यंजन, पहाडी डांस, पहाड़ी भाषण व पहाड़ों के विकास को लेकर हर साल गहन चिंतन होता है !!!
भरतु की ब्वारी एक संस्था के माध्यम से देहरादून से इस बार सीधे चंडीगढ़ जा पहुंची !!! वहाँ देखा तो ... कई पहाड़ियों के छोटे छोटे बच्चो ने सरदारों वाली पगड़ी पहनी हुई थी..और. तुस्सी..मुस्सी...से नीचे कोई बात नही कर रहा था !!!
भरतु की ब्वारी की मुलाकात वहाँ एक पहाड़ी व्यवसायी की पत्नी से हुई !!! बिल्कुल पंजाबी जनानी लगने वाली महिला ...किट्टी सिमिति की अध्यक्ष भी थी !!! उसने भरतु की ब्वारी को राजावाला में किट्टी शुरू करने , व किट्टी पार्टी की बारीकियों से भी रूबरू करवाया !!! उसने बताया कि... भुल्ली सुद्धि लेंटर में घाम तापने व बुनाई के फंदे घटाने बढाने की बजाय किट्टी पार्टी करवाओ !!!!
इस पहाड़ी कार्यक्रम से भरतु की ब्वारी किट्टी की बारीकियाँ सीख गई और वापस देहरादून राजावाला आकर सबसे पहले किट्टी पार्टी का आयोजन अपने घर पर किया !!! धीरे धीरे आस पड़ोस की गुसाँई जी , बिष्ट जी, रावत जी, सकलानी जी, चुग्लानी जी की ब्वारियाँ भी किट्टी में पैसा जमा करने लगी !!!!कुछ ही समय बाद किट्टी में लाखों जमा होने लगे !!!! घरेलू महिलाएं अक्सर रात को चुपके से पति की जेब से दो चार सौ टपाकर किट्टी में लगाने लगी !!! उनका भी सोचना सही था कि जब पुरुष एक ब्लेंडर की बोतल में चार घण्टे के नशे के लिए आठ सौ खर्च कर सकता है तो हम दो चार सौ ...जमा तो कर ही सकती हैं !!!
किट्टी पार्टी की कैशियर चुगलांनी जी की ब्वारी थी... खुद को वो चँटखाल की चुगलेर पट्टी की बताती थी !!! मुहल्ले में सभी की वो प्रिय थी ...क्योंकि चुगली की गुगली में वो महिलाओ को लपेट लेती थी !!!
एक बार देहरादून में ही किसी रिश्तेदार के घर रात मे बर्थ डे में गयी, सुबह लौटी तो मुहल्ले में हंगामा कर दिया कि .. घर मे चोरी हो गयी है !!! उसने बताया कि किट्टी के सारे पैसे व जेवरात भी चोरी हो गए !!! भरतु की ब्वारी और अन्य पड़ोसियों की ब्वारियाँ पहुंची तो और जोर जोर से चिल्लाने लगी !!!!
इस प्रकार सबकी किट्टी की लाखों की रकम चोरी हो गयी !!! सबकी सिट्टी पिट्टी गुल हो गयी !!! कुछ ही समय बाद चुग्लानी जी की ब्वारी ने राजावाला वाला मकान बेच दिया और चुगलिवाला में नया मकान खरीद लिया !!!
भरतु की ब्वारी ... को चुग्लानी के घर चोरी वाली बात पची नही ...और पेचिस शुरू हो गए !!!! भरतु ने पहले ही किट्टी फ़िटटी के लिए मना भी किया था पर मानी नही .इसलिए भरतु भी फोन पर कहने लगा.... ले अब खा मच्छा !!!
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source:- https://www.facebook.com/bhartukibvaari/
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