प्रिय भरतू की ब्वारी(भुले ब्वारी),,
सदा सुहागिन रहो,,गोलू,बंटी और स्वीटी को आशीष,,,तुम्हारा जेठ के महिने में मासन्ती के दिन जिकुडी टचिंग पत्र मिला,,,,,ब्वारी वाह,,,,वाह अहा आनन्द आ गया,,,मुझे लगा कि तुम्हारी दी सुन्नी व मेरे भी कुछ बुरे तो कुछ तुम जैसे भले लोग भी हैं इस स्टेट में,,,,,,
तुम्हारी किट्टी पार्टी की सहेली मुन्नी मेरी स्याली है उससे तुम्हारी सारी क्वालटी ,दबंगई,,स्मार्टनेस,पता चली,,,वाह ब्वारी वाह,,,,,,,,अब हमारी सरकार का एक स्लोगन यह भी होगा कि *तुम मुझे दबंग बेटी,,ब्वारी दो मैं तुम्हें एक धाकड़ राज्य दूंगा*
मुन्नी से सुना कि तुम्हारे बच्चों का एग्जाम परसेंट कम आया,ये न तुम्हारी लापरवाही है,, न बच्चों की कमजोरी,,न सिम्बाल पणजी के तंत्र,मंत्र की लाचारी,, ब्वारी इसमें जरूर विपक्षियों का हाथ है,,,,,,ब्वारी अपनी कुर्सी रहते इनका हाथ न मड़काया तो तब कहना,,ऐसी टोंणी डालूंगा कि भात भी नहीं खा पायेंगे उच्चके,,चोर कहीं के,,,,
मेरी सरकार रही तो इस बार देखूंगा गोलू,बंटी,स्वीटी का परसेंट कैसे कम आता है,,,,????
रजिस्ट्रेशन रद्द कर दूंगा स्कूल का,,,,,,,ट्र्मीनेन्ट कर दूंगा,,,,न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी,,,,,,,ब्वारी आगे,,आगे देखो होता है क्या~~? जीरो टालरेंस,,,,,
मेरी जीरो टालरेंस व हुडदबंग,,,दबंग पसंद न करने वाले कलमुंहे लोग ,,,शिक्षिका उतरा पंत के टर्मिनेंन्ट करने पर मुझे खरी,''खोटी लिख रहे हैं फेसबुक ,व्हाटसएप पर,,, ब्वारी उसका टेंशन मत लेना,,,लिखने से क्या होता है,,सामने कोई माय का लाल विरोध करते दिखना चाहिए,,,,मेरी कुर्सी का एक पैर भी हिलाने की जिसने कोशिश की उसका हाथ दळच दूंगा,,,,,,
तुम्हारी दी सुन्नी ने भी तुम्हारी चिट्ठी की मिट्ठी,मिट्ठी बातें पढ़ी तो उसका भी गला भर गया,,,,,,,हुंकरा,,,हुंकरी कर राे गई,,, अगल,,,बगल की भीड़ भी कट्ठा हो गई ,,सबने समझाया बुझाया कि बिजिती हो जाएगी,,, ऐसी गंवारों की तरह दहाड़ मत मारो, तुम पढ़ीलिखी हाे 1992 से सरकारी रोटी कुतर रही हो,,,,,,मॉर्डन हो,,,
आजकल की पढ़ीलिखी लड़कियां तो डोली /कार में विदा होते भी अब मुस्कराकर पोज दे रही हैं,,,चेत की चेत्वाळी में डांस करते विदा हो रही हैं तुम को अत्याधुनिक ,,,,दून वाली हो,,,तुम्हारे खून में रोना,,धोना,,,दया,,, करुणा,,,का भाव शोभा नहीं देता,,,, तुम किशोरी से फुलमुंड्या अधेड़ इसी दून में हो गई हो,,,,खबरदार!!! गंवार पना मत दिखाओ,,,अपनी इज्जत अपने हाथ,,,,दहाड़ मारने वाली शेर की शेरनी रोते हुए टप,,टप आंसू बहाते भला कहॉ अच्छी लगती है,,,,~~~||?
न जाने क्या क्या अडोसी पडोसियों ने समझाया,,,ब्वारी तब जाकर जरा*************
तुमने भ्रष्टाचारी दल का साथ छोडकर हमारा दल ज्वाइन कर हमारा बल बढाया है तुम जैसी बोल्ड, दबंग,,अपने विरोधियों से लोहा लेने वाली,,भद्रकाली,,लौहमर्दयाण पर हमारे पूरे प्रदेश को गर्व है,
कल तुम्हें फेसबुक पर सर्च किया तो वाह एक तो किसी एंगल से गढ़वाली नहीं लग रही हो,क्या क्या पोज वंडरफुल ब्वारी~~~!!!,,वाह धूपी चश्मा,,स्कूटी, में ,,मसूरी में,,लच्छीवाला में,,,,,लक्ष्मणसिद्ध में,,लक्ष्मणझूला में,,,रिवर राफ्टिंग में,,,,मालसी डियर पार्क में,,पल्टन बाजार में,,,न जाने क्याक्या देखकर लगा कि इसको कहते हैं टेलेंट,,,,,तुम्हारे एटीट्यूट से एक पाजीटिव वातावरण क्रियेट हुआ है,,,,,वाह~~!!!!
किसी फुरसत वाले संडे तुम्हारे पास सुन्नी को भेजूंगा,,,,,,,हम पहले फोन करेंगे,,,,
उसकों रिसीव करने राजावाला चौक पर आ जाना प्लीज,,,,,,,
साभार-- डॉ. सी.एस. बैंजवाल
*तुम्हारा जेठ*
*देहरादून वाला*
source:- https://www.facebook.com/bhartukibvaari/
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