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भरतु की ब्वारी और देहरादून इनवेस्टर मीट /पढ़े ! भरतु की ब्वारी के किस्से(BHARATU KI BWARI)


भरतु की ब्वारी ने कल अखबार में पढ़ा कि बहार के बड़े लाला लोग, उत्तराखंड में 77 हजार करोड़.....(पहले तो अंगुलियों पर इकाई दहाई सैकड़ा हजार करती रही ) फिर बोली-- अपड़ी बैका .... 77 हजार करोड़ रुपये , लोग उत्तराखंड में बिजनिस में लगाएंगे बल ।।
 फिर सोचने लगी --- भई । हमारे जेठ त्रिवेंद्र रावत जी ने भी श्राद्ध के दिनों में क्यों रखवाया होगा ये कार्यक्रम ?? जरा , दो चार दिन रूक जाते बल !! पता नही किस बामण से दिखाया होगा दिन बार!! हमारे सिम्वाल पण्डित जी रहते तो पंचांग देखकर कोई बढ़िया दिन निकाल देते बल!!! अब देहरादून में तो ठहरे कई घाघ बामण!!!!
पर जो भी हो भई......77 हजार करोड़ रुपये आने से तो पूरे उत्तराखंड की कायाकल्प ही हो जाएगी भई!!! पर अगर घोटेलेबाजों की नजर पड़ गयी तो दो दिन में ही सब सफाचट कर जाएंगे !!! 
बोली भई-- हमारे पहाड़ों की डांडी कॉठयूं में तो एक चीज हो सकती है कि बाँजे पुंगडों में सौर ऊर्जा वाली प्लेट बिछा दो , और बिजली उगाते रहो ।।। 
बाकी नाज पाणी तो तब तक नही हो सकता जब तक इन बांदरो और सुंवरो का इंतजाम नही होता ।।। आपकी इन्वेस्टर मीट से तुरंत दिमाग मे मीट का ध्यान आया बल ......इन सुंवरो की मीट को बेचकर ही गाँव वाले मालामाल हो जाएंगे , वैसे भी एक सुवरनि एक साल में दस बच्चे दे रही !!! वैसे भी सुंवर की मीट खाने से चेहरा खिल उठता है और गोरे होते बल , जैसे अंग्रेज होते हैं !! इनकी मीट डब्बो में बंद करके अंग्रेजो को ही बेच दो ,( प्योर हिमालयन मीट ), हो सके तो दो चार बांदरो की मीट भी इसमें मिक्स करके डाल दो , किसको पता चल रहा?? जैसे दूध में पानी !!!
और इनकी खाल से जूते और जैकेट बनवा दो ।।।किसी पैसे लगाने वाली कम्पनी को ये वाला काम भी दे दो ।।। तभी जाकर , खेतों में कुछ बचेगा ।। वैसे आजकल श्राद्ध में मीट का नाम लेना भी पाप ठेरा पर , पर क्या करें आपकी भी देहरादून में इन्वेस्टर मीट जो ठेरी !!!!!!



source:-  https://www.facebook.com/bhartukibvaari/

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