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भरतू के जीजू - पढ़े ! भरतु की ब्वारी के किस्से(BHARATU KI BWARI)


भरतु के जीजा जी पेशे से संस्कृत विद्यालय में टीचर थे !!!! नाम था ... लालसिंह चाणक्य !! इस नाम मे चाणक्य उन्होंने नौकरी लगने के बाद जोड़ा था !!! नौकरी भी सेटिंग से पाई थी ...!! न कोई विज्ञप्ति ...न कोई इंटरव्यू ....बस लग गयी नौकरी !!! उत्तराखण्ड में सब सम्भव है ...बस आपके पास पैसा होना चाहिए ..और जुगाडू तंत्र का मंत्र होना चाहिए.!!! एक पत्रकार साब बता रहे थे कि वर्ष 2000 से 2017 तक एक लाख से ऊपर लोग जुगाड़ से नौकरी लग गए ...!!! खैर छोड़िए ! एक आर.टी.आई.कार्यकर्ता का तो परिवार ही इन सूचनाओं पर पल रहा था !!! लोगो की जुगाड़ वाली नौकरी पर सूचना माँगता था और नीचे अपना नम्बर लिखता था , फिर कुछ ही दिनों में सेटिंग से बिना हाजमोला के ही पैसे हजम कर लेता था !!!  लालसिंग जी .. बीजेपी और कोंग्रेस की मिक्स ब्रीड थे !!! संस्कृत विद्यालय में अंग्रेजी के मास्टर थे !! इसलिए रौब तो था ही ...!!! हालांकि संज्ञा मास्टर के नाम से प्रख्यात थे ....!! नाउन इज द नेम ऑफ प्रशन ,प्लेस ओर थिंग्स ...बाई हार्ट याद था !!! संज्ञा का अर्थ ..पहाड़ी भाषा मे जन्मपत्री अथवा जन्मकुंडली से था !!! खूब अरेंज मैरिज करवाई थी... !!! किसकी दादी किस खानदान से है ?? बखूबी जानते थे !! फेसबुक पर एक आई.डी. चलाते थे...  झटपट शादी... !! बहुत लोगो की क्वेरी आती थी , अपना कमीशन उनका फिट था ..पांच लड़के वालों से साढ़े सात लड़की वालों से !!! भरतु की शादी भी इन्होंने ही करवाई थी !!! लालसिंग एकतरह से पैसो की मशीन थे...देहरादून में प्लाटिंग का भी काम था , बीबी के नाम से एल.आई.सी. का भी ..!!! आर.सी.एम. में भी खूब पैसा लगाया था ..अभी भी वही आर.सी.एम. का बैग टांक कर निकलते हैं !! फिर बजाज एलाइंस में भी लोगो का खूब पैसा डुबाया और स्पीक एशिया तो इनको ही लेकर डूब गया था !!! पूरे बीस लाख का घाटा हो गया था !!! इनका टारगेट बेरोजगार युवा थे ...जो बेचारे रातो रात धनपति बनना चाहते थे ... !!! जिस दिन स्पीक एशिया भागा.. उस रात इनके सीने में बहुत दर्द हुआ  पर पुरानी गाय के घी की मालिस से ठीक हो गए !!!
 अब पहाड़ छोड़कर देहरादून ही ट्रांसफर ले लिया !! लम्बी चुटिया , माथे पर चंदन ठोककर आजकल देहरादून में जजमानी कर रहे हैं !! खुद भी ठाकुर हैं पर इस चीज में विश्वास नही रखते कि ब्राह्ममनगिरी सिर्फ पंडितो का ही काम होता है ...जो पूजा पाठ के कार्यों में दक्ष ...वही ब्राह्मण..!! इनके  जजमान गुप्ता जी...अग्रवाल जी...गोयल जी ...कम्बोज जी ... हैं !!! आराम से देहरादून में टू इन वन काम कर रहे हैं और अब शीघ्र गुप्ता जी के घर मे भागवत कथा की तैयारी में हैं !!! नाम मे चाणक्य जुड़ा है तो नेता लोगो से भी अच्छी सेटिंग है ...नौकरी भी लगवा देते हैं !! अखबारों में क्लाइसिफाइड कॉलम में ...इनका एक एड भी छपता है ....नौकरी चाहिए ...हमारे पास आइये....!!! इसके जरिये कइयों का जुगाड़ भी भिड़ाते हैं !!! इनके पास उत्तराखण्ड के सरकारी विभागों में संविदा पर नौकरी लगवाने वाले पिछले दरवाजे की  चाबी भी है ...!!!


source:-  https://www.facebook.com/bhartukibvaari/

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