पापा की परी थी ... लड़की खूबसूरत तो थी ही ...साथ ही छरहरी थी !!! पर कच्ची उम्र में ही बन गयी अछरि थी !!! मतलब कि अपनी अदाओं से वो सबको रिझा देती थी !!!
कॉलेज में दाखिला लेने के बाद परी ... उड़ने लगी !!! लैक्मे से नीचे के कोई प्रोडक्ट यूज नही करती थी !!! पिता सरकारी बाबू थे , ऊपर की इनकम भी हो ही जाती थी पर जब से ये मोदी सरकार आयी थी ... शुरुआत के कुछ महीने दिक्कत तो हुई ....पर उसका तोड़ भी अब वो निकाल चुके थे ... इसलिए अच्छा खासा चरखा चल जाता था !!! पता नही क्यों पर बाबू जी को पहाड़ों में ही नौकरी करने में आनन्द आता था ...!!!
लड़की कॉलेज में दाखिला ले चुकी थी ..!!! पहले दिन ही खूब बन ठन कर कॉलेज पहुंची तो कई मनचलों की नजरें उसपर गढ़ गयी !!! गाँव के इन्टरकोलेज से 12वीं पास करने के बाद हरि ऊर्फ हरीश भी इसी कॉलेज में दाखिला ले चुका था !!! जब हरि ...परी के बगल से गुजरा तो ... उसके डियो की खुश्बू से बेहोश होते होते बचा !!! हरी के पास अभी तक न तो कोई डियो था...न सेंट ... न ढंग के कपड़े ... न बाइक... न रिबन का चश्मा ... और बिना इन चीजों के प्यार के बारे में सोचना आजकल के हिसाब से मूर्खता ही थी !!!
प्यार की परिभाषा समय के हिसाब से बदलती रही है ... पहले प्यार हो जाता था ....पर अब किया जाता है ... प्रायोजित प्रेम !!! और कच्ची उम्र का प्रेम भी उस भैंस के दूध की तरह गाढ़ा होता है ...जो ताजी ताजी ब्यायी हो !!!!
अब हरि ...परी के नाम का ही भजन करने लगा !!! सबसे पहले उसने अपने पिता को फोन करके खाते में पैंसे भिजवाने को कहा ... पिता भी प्रधान थे ... कई मनरेगा ,चाल, खाल की बदौलत अच्छा खासा मेहनताना बना लिया था !!! कमीशन नही खाते थे ... सीधे बजट ...सफाचट !!! गाँव वाले उनसे डरते भी थे ... क्योंकि उनपर सिध्वा देवता भी आता था !!!!
अब हरि ने बाइक की भी जिद की और प्यार प्राप्ति के लिए आवश्यक सामाग्रियों के इंतजाम में जी जान से जुट गया !!! एक दर्जन डियो ले लिए ... जॉकी के आधा दर्जन कच्छे बनियान से लेकर मोन्टीकार्लो , लिवाइस , तक सारी चीजें ब्रांडेड ले ली ....कुलमिलाकर प्यार की पेंग बढाने की दिशा में बाइक समेत ढेड़ पौने दो लाख का बजट खर्च कर लिया !!!!
अब हरी ... बाइक में ब्रांडेड कपड़ों सहित परी के इर्द गिर्द घूमने लगा ....!!! कुछ ही समय बाद मेहनत रंग लाई और परी ने ...हरि को हर लिया !!!! दोनो की खूब चेटिंग शुरू हो गयी !!! चाउमीन , मोमो ... थुप्पा ...खा खा कर दोनो ही फूल के कुप्पा हो गए !!!
परी नामक उस अछरि ने हरी को अपना गुलाम बना लिया .... परी का गैस सिलेंडर भरने से लेकर .... फॉर्म जमा करने तक के सारे कार्य हरि बड़ी ईमानदारी से करने लगा !!!
इधर प्रधान पिता को हरी ने बुरी तरह चूस लिया ... और एकदिन प्रधान जी लोगों की लेट्रिन, स्ट्रीटलाइट, आदि भी खा गए ... जाँच बैठ गयी !!! परेशान हो गए ... हरि को मिलने वाला बजट भी कम हो गया !!!
हरि ने इस बीच किसी ब्याज पर पैंसे देने वाले से भी 20% मंथली पर पैंसे उठा लिए ... क्योंकि परी को स्कूटी लेनी थी ... !!!!
बस परी ने स्कूटी क्या ली कि ... फुर्र होने लगी !!! हरि के पास बाइक में पैंसे डालने के भी लाले पड़ गए !!!! इसी बीच परी की एक लड़के से सगाई की बात भी हो गयी ....पर उसने हरि को बताया नही .... क्योंकि सगाई की शॉपिंग भी अभी बाकी थी.....!!!! हरि को बाइक बेचने की भी नौबत आ गयी ....!!! बाइक भी बिक गयी !!!
उधर हरि को परी का अंतिम मेसेज वट्सएप पर मिला..... Dear heryyy तुम मेरे सबसे अच्छे फ्रेंड रहे हो !!! तुम्हे हमेशा miss करूंगी .... इस जन्म में नही मिल पाए ... नेक्स्ट जन्म में may be... But plz अब मुझे कॉन्टेक्ट मत करना ... इसी में हमारी भलाई है ...टाइम मिलेगा तो खुद कॉन्टेक्ट करूंगी !!! By by tk cr !!!
हरि की परी !!!!!
परी नामक अछरि ने हरी को हर लिया था !!! सुन्न हो गया !!! अब घर ले आये ....घर मे आजकल नाग सिध्वा नाच रहे हैं ...शायद .... हरि ठीक हो जाये ???? जारी--नवल खाली---
source:- https://www.facebook.com/bhartukibvaari/
ये भी पढें
- उत्तराखंड की भौगोलिक संरचना
- उत्तराखंड की जलवायु
- उत्तराखण्ड में नदियाँ
- उत्तराखण्ड की मिट्टियाँ
- उत्तराखण्ड में प्राकृतिक बनस्पति एवं वनों का वितरण
- उत्तराखंड पर्यावरण सुरक्षा योजना
- उत्तराखंड का इतिहास
- स्वतंत्रता आन्दोलकन में उत्तराखंड की भूमिका
- उत्तराखण्ड संघर्ष का सफरनामा
- पृथक उत्तराखंड के संघर्ष का इतिहास
- उत्तराखंड की शासन प्रणाली
- उत्तराखंड - औद्योगिक एवं कृषि अर्थव्यवस्था
- उत्तराखंड में ऊर्जा संसाधन
- उत्तराखंड में शिक्षा और शैक्षिक संस्थान
- उत्तराखंड में परिवहन के साधन
- उत्तराखंड की प्रमुख जनजातियां व अनुसूचित जनजातियों के लिए संवैधानिक संरक्षण
- उत्तराखंड विविध विकास योजना व आर्थिक कार्यक्रम
- उत्तराखंड : वन्य जीव, राष्ट्रीय उद्यान व वन्य जीव विहार
- उत्तराखंड जनस्वास्थ्य, नीतियां एवं उपलब्धियां
- उत्तराखंड में सहकारिता आंदोलन
- उत्तराखंड पर्यटन नीति
- उत्तराखंड के प्रशिद्ध बुग्याल
- उत्तराखंड के प्रमुख पर्व एवं मेले
- उत्तराखंड की विविध कलाएं : वास्तुकला, मूर्तिकला एवं मंदिर
- उत्तराखंड के लोक संगीत, लोक निर्त्य,लोक कलाएं
- उत्तराखण्ड : ललित कलाएँ
- उत्तराखंड में चित्रकारी
- उत्तराखंड के प्रमुख गीत व संस्कार
- उत्तराखंड की भाषा , छेत्रिय भाषा , बोली
- उत्तराखण्ड का लोकसाहित्य
- उत्तराखंड की ऐतिहासिक विभूतियाँ एवं विविध गतिविधियों से जुडे शिखर पुरुष एवं महिलाएं
- उत्तराखंड की ऐतिहासिक विभूतियाँ एवं विविध गतिविधियों से जुडे शिखर पुरुष एवं महिलाएं पार्ट 2
- उत्तराखंड की ऐतिहासिक विभूतियाँ एवं विविध गतिविधियों से जुडे शिखर पुरुष एवं महिलाएं पार्ट 3
- गढ़वाली शादियों में गालियां ओर मांगलिक गीत
- उत्तराखंड से सम्बंधित अन्य कोई भी जानकारी (euttra.com)
Follow Us