बुद्धि/पढ़े ! भरतु की ब्वारी के किस्से(BHARATU KI BWARI)


बुद्धि सिंग !!!! दादा ने बड़े प्यार से नाम रखा था !!! जैसे ही पहाड़े और बराखडी सीखा ....अपना नाम अटपटा और ओल्ड फैशन सा लगने लगा ...!!! दरअसल दादा बड़े ही दूरदर्शी थे !!! बुद्धि जैसे ही कॉलेज में आया तो ...बुद्धि नाम बदलकर buddy हो गया और  कूल ड्यूड बन गया !!! पिता मनरेगा की पेंशन और थोड़ा बहुत उधार पगाल करके बुद्धि के लिए संसाधन जुटा रहे थे !!!! कुछ दिन कॉलेज के रंग ढंग में गरीब का बच्चा चक्कर खा गया और सीधे एक खूबसूरत बालिका की करवट में आ गया !!!! मामला अब गहराने लगा ...प्यार भी घनघोर हो गया .... दो पल सकूँ से बैठे भी न थे कि..... प्यार के पहरेदारों का शोर हो गया !!! शौंक शौक में ही दोनो खूब सेल्फी खींचते थे ...एडिट करके एक दूसरे को भेजते थे !! कि कुछ तस्वीरें वायरल हो गयी !!! और सीधे जा पहुँची लड़की के जीजा के पास !!! एक तो  जीजा ऊपर से दरोगा !!!! 
बुद्धि को थाने बुलाया गया ... फिर एक शर्त पर छोड़ा गया कि ...तुझे मेहनत से हर महीने 50 हज़ार रुपये कमाने पड़ेंगे तभी अपनी साली की शादी तुझ से करवाऊंगा !!! प्यार की जंग के मैदान में बुद्धि कूद तो गया था पर समझ नही आ रहा था कि क्या किया जाय ??? भगवान और अपने पुरखों को अपनी गरीबी के लिए कोसने लगा !!! जल्दी सेठ बनने की कल्पनाओं में गोते लगाने लगा !!!!  पर समय निकलते निकलते आधा साल होने जा रहा था ....!!!! अब डेली अपने कमरे से आकर बगल में ही एक चाय पानी की दुकान व मेकेनिक की दुकान पर बैठकर टेम पास करने लगा !!! बाइक तो चलाना जानता ही था ...तो एक दिन मेकेनिक ने उसे एक बाइक को थोड़ा बहुत ठीक करने के लिए भेज दिया !!! बुद्धि ने चोक घुमाई , और थोड़ा बहुत बाइक को हिलाया डुलाया तो स्टार्ट हो गयी !!!  बाइक वाले ने पूछा ...भैय्या कितने हो गए ??? बुद्धि को भी पैसे की जरूरत थी तो सीधे 500₹ बोल पड़ा ...लड़का thnku thnku बोलकर 500 देते हुए खुशी से निकल गया !!!! 
बुद्धि का माथा ठनका ... बुद्धि की बुद्धि में  विश्वकर्मा विराजमान हो गए !!! और कुछ ही समय बाद बुद्धि एक कुशल मोटर मेकेनिक बन गया और हर महीने लाखों रुपये कमाने लगा !!! घर गाँव में लेंटर वाला मकान बना दिया है , शादी के लिए भी बैंक बैलेंस बना लिया है !!!!
अब वो अपने साथ अन्य कई पहाड़ी ग्रामीण लड़को को मोटर मेकेनिक के गुर सीखा रहा है !!! बुद्धि का मानना था कि ....जब नजीमबाद ,धामपुर, सारनपुर, लखनऊ, बिहार , से लड़के आकर यहाँ मेकेनिक बन रहे हैं तो हम क्यों नही बन सकते??? !!!!! बुद्धि का ...नाम उसके दूरदर्शी दादा  ने.... सुद्धि ही नही रखा होगा जी ......!!!!! एक्चवलता में  बुद्धि .... भरतु की ब्वारी के बूढ़ाजी का नाती है !!!
जारी- नवल खाली



source:-  https://www.facebook.com/bhartukibvaari/

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