भरतु की ब्वारी का वेलेन्टाइन डे--- जारी--नवल खाली
भरतु की ब्वारी इस दिन को बड़े ही हर्षोउल्लास से मनाती थी !!! सुबह नहा धोकर ,पूजा पाठ करती थी ...बकायदा पूजा के लिए अपने खास बामण सिम्वाल जी को जरूर बुलाती थी !!! पूरा दिन ब्रत रखती थी !!!
सुबह ही रानी कलर की साड़ी पहन ली थी ...जिसमे कि अक्सर वो बहुत स्वाणी लगती थी !!! आस पड़ोस की सभी पड़ोसिनों को भी न्यौता भेज दिया था !!!
जल्दी की कीर्तन मण्डली जमा हो गयी और चैत की चेतवाली पर भजन करने लगी !!! मिसेज गुसांईं और मिसेज़ रावत जोकि बहुत ही अच्छी नच्वाड़ थी , उन्होंने इस कार्यक्रम को जुन्याली रात में तब्दील कर दिया था !!!
इस कार्यक्रम में सूजी ,भुज्जी बनाने के लिए भरतु की ब्वारी का भाई भी वहाँ तैनात था ...!!! राजावाला में सभी जातियों के लोग अमूमन रहते थे ... भरतु की ब्वारी के मन मे देहरादून आकर जातिवाद की भावना थोड़ा कम हो गयी थी !!!! , इसलिए अपने घर पर बुलाती तो सबको थी ...पर लोगों के घर में सोच समझकर खाती थी !!!
अब एक तरफ शहर के कोने कोने में युवाओं में वेलेंटाइन डे की खुमारी थी ... पार्क और अन्य जगहों पर इजहार ए प्रेम में तो प्रेमी जोडों को अब असुरक्षा का भाव आता था ...क्योंकि कुछ ऐसे युवाओ का झुंड इस दिन ऐसे जोड़ों को सूतने के चक्कर में घूमता रहता था ...दरअसल ये वे युवा थे ... जिनकी फ्रेंड रिक्वेस्ट या तो रिजेक्ट हो चुकी थी ... या जो एकतरफा प्यार या लव अफेयर में धोखा खाये हुए थे ... उनको लड़के लड़कियों का इजहार ए मोहब्त फूटी आँख नही सुहाता था !!! पर प्यार पे कहाँ बंदिशें लग पाती हैं ?? ये तो सब युवाओं में स्रावित होने वाले ऑक्सीटोकसिन हार्मोन का कमाल था ...वो भी विवश थे !!!
पर इस बार शिवरात्रि के त्योहार की वजह से ऐसे जोड़ों को भगवान शंकर ने अपनी शरण मे ले लिया था ... और प्रेमी जोड़ों के लिए मन्दिर और शिवाले प्रेम ए इजहार के लिए सबसे मुफीद स्थान थे !!! इसलिए मन्दिर के पुजारी भी आश्चर्यचकित थे कि ... श्रदालुओ की संख्या में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि हुई है ... उन्हें ये भी अनुभव हो रहा था कि ... लोगो मे धीरे धीरे श्रद्धा का भाव जग रहा है !!!
खैर .. इधर भरतु के घर मे भी रंगीला माहौल था ... कॉलोनी के युवा जोड़ों के लिए भी ये बहुत सकूँ भरा था ... सभी भरतु की ब्वारी के घर मे काम मे हाथ बंटाने के बहाने नेत्र व्यायाम का लुफ्त ले पा रहे थे !!!
पूरे मोहल्ले में कुछ छिछोरे टाइप लड़को ने यहाँ तक फैला दिया था कि आज भरतु की ब्वारी का वेलेंटाइन डे है !!! जो भी घर मे आता तो ... हैप्पी वेलेंटाइन डे बोजी (भाभी) जी ... बोलकर ..उसको चिढाता भी था ... ... जिस पर भरतु की ब्वारी बोल पड़ती ...कि .. अरे द्दयूर जी .(देवर जी).. आज तो हमारा बर्थडे है जी !!! दरअसल वेलेंटाइन डे के दिन भरतु की ब्वारी का जन्मदिन था ...इसलिए वो इस दिन को बड़े ही हर्षोउल्लास से मनाती थी !!!!
फिर कुछ देर बाद ...भरतु की ब्वारी ने कॉन्टीन से लाई हुई ..शुद्ध शीशियां भी निकाली और सबकी पार्टी का जिम्मा अपने भाई के सुपुर्द कर दिया !!! अब देर रात तक खूब ब्रेक डांस हुए ... और कलोनी के युवा जोड़ों को भी वेलेंटाइन डे पर भरतु के घर पर थिरकने का एक सुंदर बहाना मिल गया !!! जन्मदिन की बधाई के साथ साथ ... वेलेंटाइन डे के जोड़ों की भी खूब दुवाएं भरतु की ब्वारी को मिली !!!!
जारी---नवल खाली---यहाँ पढ़ें
source:- https://www.facebook.com/bhartukibvaari/
ये भी पढें
- उत्तराखंड की भौगोलिक संरचना
- उत्तराखंड की जलवायु
- उत्तराखण्ड में नदियाँ
- उत्तराखण्ड की मिट्टियाँ
- उत्तराखण्ड में प्राकृतिक बनस्पति एवं वनों का वितरण
- उत्तराखंड पर्यावरण सुरक्षा योजना
- उत्तराखंड का इतिहास
- स्वतंत्रता आन्दोलकन में उत्तराखंड की भूमिका
- उत्तराखण्ड संघर्ष का सफरनामा
- पृथक उत्तराखंड के संघर्ष का इतिहास
- उत्तराखंड की शासन प्रणाली
- उत्तराखंड - औद्योगिक एवं कृषि अर्थव्यवस्था
- उत्तराखंड में ऊर्जा संसाधन
- उत्तराखंड में शिक्षा और शैक्षिक संस्थान
- उत्तराखंड में परिवहन के साधन
- उत्तराखंड की प्रमुख जनजातियां व अनुसूचित जनजातियों के लिए संवैधानिक संरक्षण
- उत्तराखंड विविध विकास योजना व आर्थिक कार्यक्रम
- उत्तराखंड : वन्य जीव, राष्ट्रीय उद्यान व वन्य जीव विहार
- उत्तराखंड जनस्वास्थ्य, नीतियां एवं उपलब्धियां
- उत्तराखंड में सहकारिता आंदोलन
- उत्तराखंड पर्यटन नीति
- उत्तराखंड के प्रशिद्ध बुग्याल
- उत्तराखंड के प्रमुख पर्व एवं मेले
- उत्तराखंड की विविध कलाएं : वास्तुकला, मूर्तिकला एवं मंदिर
- उत्तराखंड के लोक संगीत, लोक निर्त्य,लोक कलाएं
- उत्तराखण्ड : ललित कलाएँ
- उत्तराखंड में चित्रकारी
- उत्तराखंड के प्रमुख गीत व संस्कार
- उत्तराखंड की भाषा , छेत्रिय भाषा , बोली
- उत्तराखण्ड का लोकसाहित्य
- उत्तराखंड की ऐतिहासिक विभूतियाँ एवं विविध गतिविधियों से जुडे शिखर पुरुष एवं महिलाएं
- उत्तराखंड की ऐतिहासिक विभूतियाँ एवं विविध गतिविधियों से जुडे शिखर पुरुष एवं महिलाएं पार्ट 2
- उत्तराखंड की ऐतिहासिक विभूतियाँ एवं विविध गतिविधियों से जुडे शिखर पुरुष एवं महिलाएं पार्ट 3
- गढ़वाली शादियों में गालियां ओर मांगलिक गीत
- उत्तराखंड से सम्बंधित अन्य कोई भी जानकारी (euttra.com)
Follow Us