बद्रीनाथ (जिला चमोली) Badrinath


बद्रीनाथ  (जिला चमोली)
   गंगाद्वार (हरिद्वार) से 384 किलोमीटर दूरी पर बद्रीनाथ धाम है. कोटद्वार तथा ऋषिकेश मार्गों से नित्य बसें चलती हैं, जो दूसरे दिन जोशीमठ पहुँच जाती हैं. जोशीमठ से बद्रीनाथ यात्रा मार्ग 51 किमी का है, जिसे पैदल दो दिनों में आसानी से पूरा किया जा सकता है. बद्रीनाथ की ऊँचाई लगभग 10,500 फुट है. अलकनन्दा के दाएँ तट पर भगवान बदरी विशाल का भव्य मन्दिर है. शंकराचार्य ने नारदकुण्ड में श्री वदरी विशाल की मूर्ति निकालकर स्थापित की थी, 
 


   शंकराचार्य वंश का केरल नम्बूदरी व्राह्मण काफी समय से बद्रीनाथ का रावल होता आ रहा है. भगवान बद्रीनाथ की मूर्ति काले पत्थर (शालिग्राम) पर निर्मित है. यहाँ भगवान वदरीश के महाप्रसाद (पकाए हुए चावल से) पितरों को पिण्ड और तर्पण दिए जाते हैं. यहाँ के पिण्डदान से पितरों को अक्षय मुक्ति मिलती है.

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