#मेरा_विद्यालय_मेरा_गौरव🏡
👉1-) विद्यालय का नाम: - रा०आ० प्रा० विद्यालय चोपता, नारायबगड़ (चमोली)
👉2-) स्थापना- 1901
👉3-) विकासखण्ड मुख्यालय से 26 km की दूरी पर सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित यह प्राथमिक विद्यालय दो गांवों चोपता और तुनेड़ा का सम्मिलित विद्यालय है। इसकी विविध उपलब्धताओं के कारण 2016 में इसे आदर्श विद्यालय के रूप में चयनित किया गया।*
👉4-) छात्रों की उपलब्धि - रा आ प्रा विद्यालय चोपता के छात्रों का उपलब्धि विवरण विभिन्न परिपेक्षों में निम्नवत है।
👉a-) शिक्षा के क्षेत्र में - कई वर्षों से छात्र विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित हुए हैं
▶️सन 2014-15 -कु] हेमलता और तेजपाल का नवोदय विद्यालय पीपलकोटी के लिए चयन।
▶️2015-16 - कु० मोनिका का हिमज्योति फाउंडेशन देहरादून, राजीव गांधी नवोदय विद्यालय गैरसैंण के लिए चयन, इसी वर्ष कु० स्मिता का नवोदय विद्यालय पीपलकोटी और राजीवगांधी नवोदय विद्यालय के लिए चयन।
▶️2018-19 आदित्य सिनवाल कक चयन नवोदय विद्यालय पीपलकोटी,वैभव रावत और करन चुनेरा का चयन राजीवगांधी नवोदय विद्यालय गैरसैंण के लिए चयन हुआ।
▶️ 2019- 20 कु0 प्रीति का हिम ज्योति फाउंडेशन देहरादून के लिए चयन हुआ।
👉B-) क्रीड़ा के क्षेत्र में - 2016-17 कु० आयुषी ने जनपद स्तर पर एथलेटिक्स में प्रतिभाग कर रजत पदक पर कब्जा किया।
▶️2018 -19 कु0 प्रिया और कु0 प्रियंका ने ग्रुप गेम खो - खो में जनपद स्तर पर प्रतिभाग किया।
▶️जनपद और विकासखण्ड स्तर पर छात्रों द्वारा सपनों की उड़ान,भाषा मैथ्स विजार्ड में स्थान प्राप्त किया गया है।
👉C-) पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में -
▶️समय - समय पर सामुदायिक सहयोग,छात्र, अद्यापकों के सहयोग से फलदार वृक्ष, चारापत्ती वृक्ष, सौंदर्यीकरण हेतु वृहद वृक्षारोपण किया जाता है।
▶️बागवानी हेतु सुंदर क्यारियों का निर्माण किया गया है।
▶️वी0 सी0 दरवान सिंह नेगी जी की स्मृति में लगने वाले शौर्य महोत्सव में बच्चों द्वारा बाल शोध मेले में स्थानीय बीजों के संरक्षण, फलदार और औषधीय पौधों की उत्पादकता को किस प्रकार बढ़ाया जा सकता है पर बाल शोध मेले का आयोजन किया गया।
▶️विद्यालय में ईको क्लब का गठन किया गया है जिसे 4 समूहों में विभक्त किया गया है। इसमें छात्रों को विभिन्न जिम्मेदारियां दी गयी हैं।
👉D-)स्कॉउटिंग/ रेडक्रॉस: - विद्यालय में छात्रों को योगाभ्यास, क्राफ्ट सम्बन्धी कार्य,आपदा से बचने हेतु कौशलों को सिखाया जाता है।
👉E-) समाजोपयोगी कार्य - सेवित क्षेत्र में स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, अनुशासन, जन जागरूकता अभियान, स्थानीय मेले में आयोजित प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रतिभाग कर समाज मे सरकारी विद्यालयों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण का निर्माण किया जाता रहा है।
👉5-) विद्यालय प्रबंध समिति / स्थानीय समाज द्वारा दिया गया सहयोग -
▶️एस०एम०सी० अध्यक्ष श्री यशवंत सिंह रावत द्वारा प्रत्येक अभिभावक, क्षेत्रीय जनता को जागरूक कर शशक्त एस०एम०सी० बनाया है। उनके द्वारा विद्यालय में स्मार्ट कक्षाएं संचालन हेतु प्रोजेक्टर ढिया गया है तथा विद्यालय की छोटी मोटी अवश्यकताओं की पूर्ति एवं विद्यालय के भूमि की रजिस्ट्री का खर्च वहन किया गया है।
▶️विद्यालय हेतु श्री हरेंद्र सिंह रावत जी ग्राम तुनेड़ा द्वारा डेढ़ नाली भूमि दान किया गया।
▶️पूर्व उप प्रमुख नारायबगड़ श्री गम्भीर नेगी जी द्वारा विद्यालय को एक लैपटॉप दो दरियाँ, स्पोर्ट्स ड्रेस, उपलब्ध करवाई गई।
▶️विद्यालय प्रवेशद्वार का निर्माण श्री बालम सिंह नेगी जी द्वारा किया गया।
▶️सभी एस०एम०सी० सदस्य, अभिभावक, क्षेत्रीय जनता, जनप्रतिनिधियों द्वारा समय समय पर अत्यधिक सहयोग मिलता है।
👉6-) राष्ट्रीय पर्वों, राजकीय कार्यक्रमों का क्रियान्वयन -
समस्त राष्ट्रीय और राजकीय पर्वों को हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस हेतु समुदाय का सहयोग लिया जाता है।
👉7-) शिक्षकों का विवरण-
श्री नरेन्द्र भंडारी - प्र०प्र०अ० (2013 से वर्तमान तक)
श्री गजपाल नेगी -स०अ० (2018 से वर्तमान तक)
श्री परमानन्द सती - स०अ० (2016 से वर्तमान तक)
श्रीमती अंजली रतूडी - स०अ०( 2016 से वर्तमान तक)
श्रीमती मीनाक्षी रावत- (2000 से छात्रहित में योगदान देने हेतु समुदाय द्वारा चयनित शिक्षिका के रूप में कार्य कर रही हैं)।
👉8-) विद्यालय में उपलब्ध भौतिक संसाधन-
▶️विद्यालय में पर्याप्त पानी की सुविधा के लिए पानी का टैंक,तकता पीने के पानी के लिए प्यूरीफायर लगा है।
▶️बालक ,बालिका,स्टाफ के लिए अलग - अलग शौचालय हैं।
▶️स्मार्ट क्लास हेतु अलग से कक्ष है।
▶️विभिन्न प्रकार के वाद्य यंत्र, खेल और व्यायाम सामग्री पर्याप्त मात्रा में है।
👉9-) विद्यालय परिसर का विवरण(किचन गार्डन, झूले, क्रीड़ास्थल आदि) -*
▶️विद्यालय परिसर में टाइल्स लगी हैं।
▶️छात्रों की सुरक्षा हेतु सुरक्षा दीवार बनी है।
▶️परिसर में चाइल्ड फ्रेंडली वातावरण निर्माण करने के लिए महान पुरुषों की शुक्तियाँ,उनके विचार तथा विभिन्न प्रकार के चित्र बने हैं।
▶️बच्चों के लिए एक गोल टेबल चियर का निर्माण भी किया गया है।जिसमे विभिन्न रंगों से चित्र बनाये गए हैं।
👉अन्य-
विद्यालय में समुदाय,एस०एम०सी० के सहयोग से विद्यालय को भौतिक, शैक्षिक रूप से सम्पन्न करने के लिए एक कल्याण कोष का गठन किया गया है। जिस राशि को विद्यालय द्वारा छत्रहित हेतु प्रयोग किया जाता है।
पूर्व में सेवा दे चुके श्री कुंदन सिंह नेगी जी (प्र०अ० सेवानिवृत्त), श्री मनवर रावत, श्री लखपत सिंह रावत जी द्वारा जो आदर्श विद्यालय हेतु वातावरण निर्मित किया गया था उन्हीं के पदचिह्नों पर चल कर विद्यालय को बेहतर से बेहतरीन बनाने की तरफ सम्पूर्ण विद्यालय परिवार प्रयासरत है।
विशेष सहयोग एवं मार्गदर्शन श्री खुशाल सिंह टोलिया (उप शिक्षा अधिकारी नारायबगड़) द्वारा समय समय पर मिलता रहा है।
सहयोग/संकलनकर्ता : हर्षवर्धन जमलोकी
टीम मिशन शिक्षण उत्तराखंड
Source:- https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2851580531786192&id=1598220847122173
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