ब्रिक्स का 14वाँ शिखर सम्मेलन वर्चुअल तरीके से सम्पन्न|BRICS 14th summit held virtually



पाँच देशों के समूह ब्रिक्स (BRICS— Brazil, Russia, India, China and South Africa) का 14वाँ शिखर सम्मेलन 23-24 जून, 2022 को सम्पन्न हुआ. चीन की मेजबानी में यह सम्मेलन वर्चुअल तरीके से ही सम्पन्न हुआ. पाँचों सदस्य देशों के शासन प्रमुखों- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin), चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping), ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो (Jair Bolsonaro), द. अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रामाफोसा (Cyril Ramaphosa) व भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से ही पारस्परिक महत्व के मुद्दों पर चर्चा इस सम्मेलन में की. यह लगातार तीसरा अवसर था जब ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन वर्चुअल तरीके से हुआ. इससे पूर्व नवम्बर 2020 में इस समूह का रूस की मेजबानी में 12वाँ शिखर सम्मेलन तथा सितम्बर 2021 में भारत की मेजबानी में 13वाँ शिखर सम्मेलन भी वर्चुअल तरीके से ही आयोजित हुआ था. Foster High Quality BRICS Partnership, Usher in a New Era for Global Development थीम वाले इस 14वें शिखर सम्मेलन में व्यापार, आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष, स्वास्थ्य, परम्परागत औषधियों, पर्यावरण आदि के अतिरिक्त बहुराष्ट्रीय मंचों पर ब्रिक्स देशों में आपसी सहयोग आदि के मुद्दे चर्चा के विषयों में शामिल थे.

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स की सार्थकता का उल्लेख करते हुए कहा कि विगत वर्षों में हमने ब्रिक्स में अनेक संस्थागत सुधार किए हैं, जिनसे इस संगठन का प्रभाव बढ़ा है. उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों का आपसी सहयोग वैश्विक अर्थव्यवस्था को कोरोना के दुष्प्रभावों से बचाएगा. ऐसे कई क्षेत्रों का उल्लेख श्री मोदी ने अपने इस सम्बोधन में किया जिनमें हमारे आपसी सहयोग से नागरिकों के जीवन को सीधा लाभ मिल रहा है. इनमें वैक्सीन और शोध एवं विकास केन्द्रों की स्थापना, सीमा शुल्क विभागों के बीच समन्वय तथा साझा सैटेलाइट कांस्टेलेशन आदि शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यावहारिक कदम ब्रिक्स को एक यूनिक अन्तर्राष्ट्रीय संगठन बनाते हैं जिसका फोकस केवल बातचीत तक ही सीमित नहीं है.


ब्रिक्स नेताओं ने 23 जून को आतंकवादरोधी, व्यापार, विकास, स्वास्थ्य, पारम्परिक चिकित्सा, पर्यावरण, विज्ञान, नवाचार कृषि, तकनीकी, व्यावसायिक शिक्षा कोविड-19 महामारी व बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार आदि मुद्दों पर चर्चा की ब्रिक्स पहचान को मजबूत करने तथा ब्रिक्स रेलवे रिसर्च नेटवर्क के लिए ऑनलाइन डाटाबेस की स्थापना तथा एमएसएमई के बीच सहयोग मजबूत करने का आह्वान भारत ने किया.


रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन व चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने अपने प्रारम्भिक सम्बोधनों में अमरीका व पश्चिमी देशों की तीखी आलोचना की. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि राजनीतिक कारणों से रूस के विरुद्ध प्रतिबन्ध लगाए गए हैं जिनका असर सम्पूर्ण विश्व अर्थ व्यवस्था पर पड़ेगा. अमरीका पर कटाक्ष करते हुए चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने एकपक्षीय प्रतिबन्धों का विरोध करने की अपील पाँच सदस्यीय इस समूह से की सम्मेलन के समापन पर जारी बीजिंग घोषणा पत्र में रूस- यूक्रेन युद्ध का उल्लेख करते हुए दोनों देशों के बीच वार्ता का समर्थन किया गया है. साथ ही इसमें कहा गया है कि इस सम्बन्ध में सदस्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा व सुरक्षा परिषद् में विभिन्न स्तरों पर अपना रवैया स्पष्ट किया है. अफगानिस्तान के मुद्दे पर एक सुरक्षित, स्थिर व सुरक्षित अफगानिस्तान का समर्थन करते हुए इसकी धरती का उपयोग आतंकवादियों को प्रश्रय न देने के लिए आह्वान घोषणा-पत्र में किया गया. इसमें कहा गया है कि हम सभी राज्यों की सम्प्रभुता, व क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं तथा मतभेदों एवं विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं. आतंकवाद व धार्मिक कट्टरता के सभी रूपों की निन्दा करते हुए घोषणा-पत्र में कहा गया है कि आतंकवाद को किसी धर्म विशेष से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. वैश्विक अर्थव्यवस्था के उत्थान एवं सतत् विकास के लिए ब्रिक्स देशों के महत्वपूर्ण साझा योगदान को घोषणा-पत्र में स्वीकार किया गया है. व्यापार एवं निवेश के प्रोत्साहन के लिए 'सप्लाई चेन' की सुदृढ़ता पर बल इसमें दिया गया है. ब्रिक्स द्वारा स्थापित न्यू डेवलपमेंट बैंक की सदस्यता में चार और देशों में जुड़ने तथा इसका क्षेत्रीय कार्यालय भारत में स्थापित किए जाने का स्वागत घोषणा-पत्र में किया गया है. ब्रिक्स द्वारा ही विकसित कंटिजेंट रिजर्व अरेंजमेंट (CRA) व एनर्जी रिसर्च कोऑपरेशन प्लेटफॉर्म ( ERCP) की प्रगति पर भी संतोष घोषणा पत्र में व्यक्त किया गया है. कोविड- 19 महामारी व अन्य चुनौतियों के बावजूद इनसे निपटने में ब्रिक्स देशों की एकजुटता के लिए प्रसन्नता इसमें व्यक्त की गई है. 2021-22 तथा 2022-23 में सुरक्षा परिषद् में रहते हुए क्रमशः ब्राजील व भारत के योगदान के प्रति प्रशंसा घोषणा-पत्र में की गई है. अगले वर्ष ब्रिक्स के 15वें शिखर सम्मेलन की मेजबानी अब द. अफ्रीका को करनी है.

अभी तक के ब्रिक्स सम्मेलन 







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