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यक्ष द्वारा युधिष्ठिर से पूछे गए कितने सवाल थे और कौन कौन से थे, उसका कारण क्या था और परीणाम क्या हुआ

 

यक्ष द्वारा युधिष्ठिर से पूछे गए कितने सवाल थे और कौन कौन से थे, उसका कारण क्या था और परीणाम क्या हुआ 

महाभारत के अरण्य पर्व में यक्ष प्रश्न की कथा अत्यंत प्रसिद्ध है। इसमें युधिष्ठिर से यक्ष द्वारा कुल 27 सवाल पूछे गए थे। ये सवाल धर्म, नैतिकता, जीवन के मूल सिद्धांतों, नीति, प्रकृति और मानव व्यवहार से जुड़े हुए थे।

यक्ष प्रश्न का प्रसंग

पांडव अपने वनवास के दौरान एक समय पानी की तलाश में भटक रहे थे। नकुल, सहदेव, अर्जुन, और भीम एक-एक करके एक सरोवर पर पहुंचे, जहां यक्ष ने उनसे पानी पीने से पहले अपने सवालों का जवाब देने को कहा। लेकिन वे यक्ष की बात को अनसुना कर पानी पीने लगे और परिणामस्वरूप मूर्छित हो गए। अंत में युधिष्ठिर वहां पहुंचे और यक्ष के सभी सवालों के उत्तर दिए।


प्रमुख सवाल और उनके उत्तर

महाभारत में यक्ष ने युधिष्ठिर से कुल सत्ताईस सवाल पूछे थे। ये सवाल जीवन, धर्म, और नैतिकता के बारे में थे। यक्ष ने ये सवाल युधिष्ठिर से पांडवों के वनवास के दौरान पूछे थे, जब युधिष्ठिर जल के लिए यक्ष के पास गए थे। निम्नलिखित हैं यक्ष के सवाल:

  1. क्या चीज़ है जो हर किसी के पास होती है, लेकिन कोई उसे पहचान नहीं सकता?

    • उत्तर: धन (धन हर किसी के पास होता है, लेकिन व्यक्ति उसे पहचान नहीं सकता या उसका सही उपयोग नहीं कर पाता।)
  2. वह कौन सा प्राणी है जो खुद को देखता है, लेकिन दूसरों को देख नहीं सकता?

    • उत्तर: अंधा (अंधा व्यक्ति खुद को देख सकता है, लेकिन दूसरों को नहीं देख सकता।)
  3. वह कौन सा प्राणी है जो सबसे अधिक अपने आप में खुश होता है?

    • उत्तर: महात्मा (महात्मा अपने भीतर की शांति में खुश रहते हैं।)
  4. वह कौन सा प्राणी है जो हमेशा घबराया हुआ रहता है?

    • उत्तर: व्याकुल व्यक्ति (जो दुख और कष्ट से घबराया हुआ रहता है।)
  5. वह कौन सा स्थान है, जहां सुख नहीं होता?

    • उत्तर: नर्क (नर्क वह स्थान है जहां सुख का अभाव रहता है।)
  6. वह कौन सी चीज़ है जिसे खोने के बाद कोई कुछ नहीं कर सकता?

    • उत्तर: समय (समय को खोने के बाद उसे वापस नहीं लाया जा सकता।)
  7. वह कौन सा चीज़ है जिसे हर किसी को चाहिए, लेकिन कोई उसे नहीं पा सकता?

    • उत्तर: सच (सच को सभी चाहते हैं, लेकिन उसे सभी लोग नहीं पा सकते।)
  8. वह कौन सा तत्व है जो बिना शरीर के भी रहता है?

    • उत्तर: आत्मा (आत्मा बिना शरीर के भी अस्तित्व में रहती है।)
  9. वह कौन सी चीज़ है जो किसी को कभी संतुष्ट नहीं कर सकती?

    • उत्तर: इच्छा (इच्छा कभी पूरी नहीं हो सकती, क्योंकि वह निरंतर बढ़ती रहती है।)
  10. वह कौन सा व्यक्ति है जो धन, ऐश्वर्य और सुख से परे होता है?

    • उत्तर: ज्ञानी (ज्ञानी व्यक्ति को किसी बाहरी सुख या ऐश्वर्य की आवश्यकता नहीं होती।)


  1. वह कौन सी चीज़ है जो जब छोटी होती है तो बहुत दुख देती है, लेकिन जब बड़ी होती है तो बहुत खुशी देती है?
  • उत्तर: संकोच (संकोच, जब कम होता है, तो दुख देता है, लेकिन जब यह संतुलित होता है, तो खुशी देता है।)
  1. वह कौन सी चीज़ है जो हर कोई चाहता है, लेकिन कोई उसे पा नहीं सकता?
  • उत्तर: पूर्णता (पूर्णता की चाहत सभी को होती है, लेकिन कोई उसे पूरी तरह से प्राप्त नहीं कर सकता।)
  1. वह कौन सा प्राणी है, जो कभी भी खुश नहीं रहता और हर समय दुखी रहता है?
  • उत्तर: कृपण (जो हमेशा धन की चिंता करता है और कभी संतुष्ट नहीं होता।)
  1. वह कौन सा प्राणी है, जो सभी को आशीर्वाद देता है, लेकिन स्वयं कभी आशीर्वाद नहीं प्राप्त करता?
  • उत्तर: आत्मज्ञानी (आत्मज्ञानी दूसरों को आशीर्वाद देते हैं, लेकिन स्वयं आशीर्वाद नहीं लेते।)
  1. वह कौन सा तत्व है, जो सबसे अधिक शक्तिशाली है और उसे कोई भी पराजित नहीं कर सकता?
  • उत्तर: समय (समय सबसे शक्तिशाली है और कोई भी उसे रोक नहीं सकता।)
  1. वह कौन सा व्यक्ति है, जो दूसरों को हर समय दुख देता है, लेकिन स्वयं कभी दुख नहीं पाता?
  • उत्तर: स्वार्थी व्यक्ति (स्वार्थी व्यक्ति दूसरों को दुख पहुंचाता है, लेकिन स्वयं को कभी दुख नहीं होता।)
  1. वह कौन सा तत्व है, जो हर किसी के पास होता है, लेकिन कोई उसे देख नहीं सकता?
  • उत्तर: हवा (हवा सभी के पास होती है, लेकिन कोई उसे देख नहीं सकता।)
  1. वह कौन सा व्यक्ति है, जो हर समय परिग्रहण करता है, लेकिन कभी छोड़ता नहीं है?
  • उत्तर: कृपण व्यक्ति (जो अपने पास रखा हुआ धन या वस्तु कभी नहीं छोड़ता।)
  1. वह कौन सी चीज़ है, जो बिना कारण के उत्पन्न होती है, लेकिन कारण के बिना समाप्त नहीं होती?
  • उत्तर: इच्छा (इच्छा बिना कारण उत्पन्न होती है, लेकिन उसे संतुष्ट करने के लिए कारण की आवश्यकता होती है।)
  1. वह कौन सा प्राणी है, जो कभी नहीं थकता और हमेशा काम करता रहता है?
  • उत्तर: सूर्य (सूर्य हमेशा कार्यरत रहता है, वह कभी थकता नहीं।)
  1. वह कौन सा प्राणी है, जो बिना आहार के जीवित रहता है?
  • उत्तर: आत्मा (आत्मा आहार के बिना भी अस्तित्व में रहती है।)
  1. वह कौन सी चीज़ है, जिसे यदि एक बार खो दिया जाए, तो उसे कभी वापस नहीं पाया जा सकता?
  • उत्तर: समय (समय खोने के बाद उसे वापस नहीं पाया जा सकता।)
  1. वह कौन सा प्राणी है, जो जितना अधिक प्राप्त करता है, उतना अधिक खाली महसूस करता है?
  • उत्तर: स्वार्थी व्यक्ति (स्वार्थी व्यक्ति जितना अधिक प्राप्त करता है, उतना अधिक खाली महसूस करता है।)
  1. वह कौन सा व्यक्ति है, जो दूसरों के दोषों को देखने में लगा रहता है, लेकिन अपनी खुद की गलतियों को नहीं देखता?
  • उत्तर: दूसरों में दोष देखने वाला (जो दूसरों के दोषों को देखता है, लेकिन अपनी गलतियों को नजरअंदाज करता है।)
  1. वह कौन सी चीज़ है, जो हर किसी के पास होती है, लेकिन कोई उसे समझ नहीं सकता?
  • उत्तर: समझ (समझ हर किसी के पास होती है, लेकिन कई बार लोग इसे ठीक से नहीं समझ पाते।)
  1. वह कौन सा स्थान है, जो कभी नहीं बदलता?
  • उत्तर: समाधि (समाधि एक स्थिर स्थिति है, जो कभी नहीं बदलती।)
  1. वह कौन सा व्यक्ति है, जो हर समय हर चीज़ में संतुष्ट रहता है?
  • उत्तर: संतुष्ट व्यक्ति (जो हर परिस्थिति में संतुष्ट रहता है।)


यक्ष ने सवाल क्यों पूछे?

यक्ष असल में धर्मराज (यमराज) थे, जो युधिष्ठिर की परीक्षा ले रहे थे। वे यह देखना चाहते थे कि युधिष्ठिर सत्य, धर्म और न्याय के मार्ग पर कितने अडिग हैं। यक्ष के सवालों के पीछे उद्देश्य यह था कि युधिष्ठिर के ज्ञान, धैर्य और विवेक की परीक्षा ली जाए।


परिणाम

युधिष्ठिर ने सभी सवालों का सही उत्तर दिया। इस पर यक्ष (यमराज) ने प्रसन्न होकर कहा कि वे उनके भाइयों को जीवित कर देंगे। युधिष्ठिर ने अपनी प्राथमिकता के तौर पर नकुल को जीवित करने का अनुरोध किया। यक्ष ने इसका कारण पूछा तो युधिष्ठिर ने कहा:

  • "मैं कुंती का पुत्र हूं, इसलिए कुंती का एक पुत्र (मैं) जीवित हूं। लेकिन माद्री के भी एक पुत्र (नकुल) को जीवित होना चाहिए।"

युधिष्ठिर के इस न्यायप्रिय उत्तर से यक्ष अत्यंत प्रसन्न हुए और उन्होंने उनके सभी भाइयों को पुनर्जीवित कर दिया।


यक्ष द्वारा युधिष्ठिर से पूछे गए कितने सवाल थे और कौन कौन से थे, उसका कारण क्या था और परीणाम क्या हुआ 


नैतिक शिक्षा

यक्ष प्रश्न की कथा हमें सिखाती है:

  1. धैर्य और विवेक: कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और विवेक से काम लेना चाहिए।
  2. न्याय और धर्म: न्याय और धर्म का पालन करना मनुष्य का परम कर्तव्य है।
  3. ज्ञान और सत्य: जीवन में ज्ञान और सत्य का महत्व सर्वोपरि है।

यक्ष प्रश्न भारतीय साहित्य और संस्कृति में नैतिकता, दर्शन और विवेक का प्रतीक है।